UP board exam 2020: एशिया की सबसे बड़ी बोर्ड परीक्षा के पीछे नारी शक्ति

UP board exam 2020: एशिया की सबसे बड़ी बोर्ड परीक्षा के पीछे नारी शक्ति


एशिया की सबसे बड़ी परीक्षा के पीछे नारी शक्ति का हाथ है। हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा कराने वाले यूपी बोर्ड की कमान दो दशक में अधिकांश समय महिलाओं के पास रही है। वर्तमान सचिव नीना श्रीवास्तव लगातार तीसरे साल बोर्ड परीक्षा करा रही हैं। मजे की बात है कि वर्तमान में माध्यमिक शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव भी महिला आईएएस आराधना शुक्ला हैं।


यूपी बोर्ड की 1998 से सन 2020 तक कुल 23 परीक्षाओं में से 16 परीक्षा महिला अफसरों ने कराई है। दो दशक पहले 10 जुलाई 1997 को अचला खन्ना ने पहली बार सचिव की कमान संभाली और सफल महिला अफसर साबित हुईं। उन्होंने 2003 तक लगातार छह साल बोर्ड परीक्षा कराई। इसके बाद प्रभा त्रिपाठी 17 जुलाई 2007 से 23 फरवरी 2012 तक सचिव रहीं।


इस दौरान 2008, 2009, 2010 व 2011 की चार परीक्षाएं कराईं। उनके बाद शकुंतला देवी यादव ने वर्ष 2014 और शैल यादव ने 2016 व 2017 की परीक्षा कराई। 24 जून 2017 को सचिव का कार्यभार ग्रहण करने वाली नीना श्रीवास्तव ने सफलतापूर्वक 2018 व 2019 की परीक्षा कराई और अब 2020 की बोर्ड परीक्षा की कमान भी उनके हाथ में हैं।


नीना श्रीवास्तव 31 मार्च को सेवानिवृत्त हो रही हैं लेकिन 24 अप्रैल को रिजल्ट जारी करने के लिए कार्यकाल बढ़ना तय माना जा रहा है। यह उपलब्धि पाने वाली वह पहली महिला अफसर होंगी। 2020 की बोर्ड परीक्षा में 5607118 छात्र-छात्राएं 10वीं-12वीं की परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।


पारदर्शिता के लिए महिलाओं ने लिए कई ठोस फैसले: बोर्ड परीक्षा में पारदर्शिता के लिए महिला सचिवों ने कई ठोस फैसले भी लिए और तमाम विरोधों के बावजूद कदम पीछे नहीं किया। पहली महिला सचिव अचला खन्ना ने नकलचियों पर अंकुश के लिए पहली बार 9वीं और 11वीं के छात्रों के पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की थी। इस फैसले का उग्र विरोध भी हुआ था। लेकिन कदम पीछे नहीं किया। वर्तमान सचिव के कार्यकाल में भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। 2018 की परीक्षा से केंद्रों का निर्धारण ऑनलाइन माध्यम से शुरू हुआ। इस कारण परीक्षा केंद्रों की संख्या 2017 के 11414 से घटकर 2020 में 7784 रह गई है। परीक्षा की निगरानी के लिए 2018 से सीसीटीवी कैमरे लगाए गए। एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू हुआ। 2020 में वेबकास्टिंग कराई जा रही है। पहली बार इंटर के छात्रों को कम्पार्टमेंट परीक्षा की सुविधा दी जा रही है। स्क्रूटनी के आवेदन ऑनलाइन होंगे। कक्षा 9 व 10 में वैदिक गणित और योग को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया गया। छात्र-छात्राओं के व्यक्तित्व व कौशल विकास के लिए आटोमोबाइल, रिटेल, सिक्योरिटी, आईटी शामिल किया गया।